क्रिकेट के इतिहास में ऐसे बहुत से खिलाड़ी है जो ऐसे कारनामे कर बैठते हैं कि सोचने पर भी विश्वास नहीं होता। और साथ ही एक ऐसा दौर आता है कि उस खिलाड़ी जैसा कोई भी मौजूद नहीं होता। आप सचिन तेंदुलकर को देख सकते हैं, यह खिलाड़ी अपने समय के सबसे महान खिलाड़ियों में से एक थे। लेकिन वीरेंद्र सहवाग ने फिर भी अपनी पहचान बनाई और टेस्ट क्रिकेट में ओपनिंग का तरीका बदल दिया।
दरअसल आज 20 अक्टूबर को वीरेंद्र सहवाग का जन्मदिन है। वीरेंद्र सहवाग भी अपने समय के टॉप बल्लेबाजों में से एक थे। साथ ही उन्होंने आईपीएल में भी अपने जलवे को बीखेरे है। खास तौर पर इनका बल्ला टेस्ट क्रिकेट में गेंदबाजों को खूब परेशान करता था।
वीरेंद्र सहवाग क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में माहिर थे। तथा कई बार टीम इंडिया के लिए जिताऊ पारी भी खेले हैं। लेकिन जब सहवाग के रिकॉर्ड की बात आती है तो सबसे पहला नाम ‘मुल्तान का सुल्तान’ लिया जाता है 2004 में पाकिस्तान दौरे पर सहवाग ने मुल्तान में 309 रनों की यादगार पारी खेले थे इसी के साथ विश्व के तीहरा शतक लगाने वाले बल्लेबाज बन गए थे।
उन्होंने यह तक सिर्फ 364 गेंदों में लगाया था। उनके बल्ले से यह अद्भुत नजारा लगभग 4 साल बाद देखने को मिलता है। वही वीरेंद्र सहवाग ने 278 गेंदों में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 319 रनों की पारी खेले थे। जिसमें उन्होंने 42 चौके तथा 5 छक्के जड़े रहते हैं।
टीम इंडिया के लिए इस प्रकार अहम भूमिका निभाएं
निभाएं
सहवाग ने भारत को 2007 का टी20 विश्व कप और 2011 का वनडे विश्व कप जिताने में बड़ी भूमिका निभाई थी. अपने लंबे करियर में सहवाग ने 104 टेस्ट में 8586 रन (23 शतक, 32 अर्धशतक), 251 वनडे में 8273 रन (15 शतक, 38 अर्धशतक) और 19 टी20 में 394 रन (2 फिफ्टी) जमाए. इसके साथ ही सहवाग ने टेस्ट में 40 और वनडे में 96 विकेट लेकर बतौर पार्ट टाइम ऑफ ब्रेक बॉलर अहम योगदान दिया।