एकदिवसीय मुकाबले में 187 रनों का लक्ष्य का बचाव करने के लिए जाहिर तौर पर गेंदबाजी टीम को चमत्कारी प्रदर्शन की दरकार रहती है। कुछ ऐसा ही भारत के युवा गेंदबाजों ने कर दिखाया, पारी के पहले ही ओवर की पहली ही गेंद पर दीपक चहर ने नजमुल हसन शांतों को चलता कर दिया था। जिसने टीम इंडिया में ऊर्जा का संचार कर दिया।

यहां से लगातार दूसरे छोर से मोहम्मद सिराज ने भी दबाव बनाए रखा। माहज 9.1 ओवर में बांग्लादेश सिर्फ 26 रन बना सकी और यहां उन्हें दूसरा झटका अनामूल के रूप में लगा। इसके बाद कप्तान लिटन दास और अनुभवी मुशफ़ीकुर रहीम ने 58 रनों की साझेदारी करते हुए अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया।

लेकिन 74 पर तीसरा विकेट गिरने के बाद कोई भी बल्लेबाज क्रीज पर टिकने में कामयाब नहीं हो पाया। शाकिब अल हसन और महमूदुल्लाह ने क्रमश: 29 और 14 रन का योगदान दिया। लेकिन उनका यह प्रयास उनकी टीम को जीत दिलाने के लिए काफी नहीं था। ऐसे में 10वं विकेट के लिए मेंहदी हसन मिराज और मुस्तफिजुर के बीच जबरदस्त साझेदारी हुई। दोनों ने ना सिर्फ दोनों छोर से विकेट गिरने के सिलसिले को रोका बल्कि 51 रन की पार्टनरशिप करते हुए बांग्लादेश को 1 विकेट से रोमांचक जीत दिलाई। मेंहदी हसन ने इस दौरान 41 रनों की जबरदस्त पारी खेली। वहीं भारत की ओर से इस मैच में सबसे ज्यादा विकेट मोहम्मद सिराज के खाते में आए। इसके अलावा दीपक चाहर, वाशिंगटन सुंदर और कुलदीप सेन ने क्रमश: 1, 2 और 2 बल्लेबाजों को चलता किया।