भारतीय क्रिकेट के युवा बल्लेबाज विकेटकीपर ईशान किशन बांग्लादेश के खिलाफ तीसरे वनडे मुकाबले में शानदार दोहरा शतक जड़े। इस दौरान उन्होंने 131 गेंदों का सामना करते हुए 210 रनों की बेमिसाल पारी खेलते हैं इस पारी में उन्होंने 24 चौके तथा 10 छक्के जड़े। वही आपको बता दें ईशान किशन दुनिया के सबसे तेज दोहरा शतक लगाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं।
धोनी ने कही थी यह खास बात
ईशान किशन के बचपन के कोच मजूमदार ने न्यूज़ एजेंसी पीटीआई से बातचीत करते हुए कहा कि
“ईशान के भारत में पदार्पण करने से पहले ही, मुझे पता है कि एमएस उनसे कहते थे कि अगर उनके जैसा प्रतिभाशाली खिलाड़ी देश के लिए लंबे समय तक नहीं खेलता है, तो वह किसी और के साथ नहीं बल्कि खुद के साथ अन्याय करेंगे।”
ईशान किशन के बचपन के कोच मजूमदार ने न्यूज़ एजेंसी पीटीआई से बातचीत करते हुए कहा कि
“ईशान के बड़े भाई राज किशन भी बहुत टैलेंटेड क्रिकेटर थें। हालांकि उनके माता-पिता ने फैसला लिया कि एक लड़का स्पोर्ट्स में जाएगा, और दूसरा पढ़ाई करेगा। राज बड़ा था, इसलिए उन्होंने बलिदान दिया और मेडिकल ड्रिगी चुना। “
ईशान किशन की शुरुआती ट्रेनिंग के बारे में बातचीत करते हुए उनके कोच ने बताया कि
“जब पहले दिन ईशान प्रशिक्षण के लिए आया, वह इतना छोटा था, कि मैंने उसे अंडर आर्म बॉल खिलाई और वह बच्चा सही कवर ड्राइव खेला। जिस क्षण मैंने छह साल के बच्चे के कुछ कवर ड्राइव देखे, मैंने प्रणव जी से कहा, आपका बेटा खास है और अगर वह भारत के लिए नहीं खेलता है तो वह दुर्भाग्यशाली होगा।”
इसी के साथ उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाया और कहा कि
“आपने उन 10 छक्कों को देखा और आपने महसूस किया होगा कि इतने छोटे फ्रेम के बावजूद वह किस तरह की ताकत पैदा करते हैं. यह रातोंरात नहीं हुआ है। ऐसे महीनों के प्रशिक्षण होंगे, जब वह दो सत्रों में बल्लेबाजी करते थे और प्रतिदिन कम से कम 500 से 600 गेंदें नेट पर खेलते थे। उनमें से कम से कम 200 गेंदें डेडिकेटेड पावर-हिटिंग के बारे में थीं। मैं हमेशा उनसे कहता हूं कि जो बीत गया वह इतिहास है। मेरे लिए अतीत कभी मायने नहीं रखता और मैं हमेशा ईशान से यही कहता हूं।”