नई दिल्ली, 19 अगस्त: क्रिकेट में कुछ अवसर ऐसे भी होते हैं जब एक गेंदबाज अपनी टीम के दूसरे दिग्गज गेंदबाज की खूबियों से बहुत ज्यादा मिलता जुलता है। उसका एक्शन और गेंदबाजी का प्रभाव काफी हद तक अपने दूसरे वरिष्ठ गेंदबाज की तरह हो सकता है। आप इसको क्रिकेट में उसकी एक खूबी भी कह सकते हैं और खता भी। खूबी इसलिए क्योंकि अगर वह सीनियर खिलाड़ी मौजूद नहीं है तो यह जूनियर उसकी जगह भरने के लिए तैयार है और खता इसलिए की टीम मैनेजमेंट अपनी प्लेइंग इलेवन में एक ही तरह के दो गेंदबाजों की जगह किसी और विकल्प की ओर देखेगा।
ये टी20 वर्ल्ड कप की तैयारी है
भारत के सामने एक बड़ा टूर्नामेंट ढाई महीने बाद टी-20 वर्ल्ड कप के रूप में आ रहा है जो ऑस्ट्रेलिया में खेला जाएगा। इस प्रतियोगिता से पहले भारतीय टीम एशिया कप में 28 अगस्त से चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान के खिलाफ एक अभियान की शुरुआत भी कर रही है। इसके बाद भारत को T20 वर्ल्ड कप से पहले दो और सीरीज खेलनी हैं जो ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के खिलाफ घरेलू जमीन पर होंगी। रोहित शर्मा भारत में मौजूद है और कह चुके हैं कि 80-90 प्रतिशत तक वर्ल्ड कप की टीम बन चुकी है और हमको ऑस्ट्रेलिया की परिस्थितियों के हिसाब से थोड़े बहुत बदलाव करने की जरूरत है जो मुश्किल से तीन या चार हो सकते हैं।
दीपक चाहर एक ऐसे ही अच्छे विकल्प हैं
भारतीय टीम की कहानी कुछ इस तरह की है कि सीनियरों को किसी भी हाल में वर्ल्ड कप में मौके दिए जाने दिखाई दे रहे हैं। वे ऑटोमेटिक तौर पर चुने जा सकते हैं। इसके बावजूद कुछ ऐसी जगह होती है जहां राहुल और रोहित अपने दांव लगा सकते हैं। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी संजय मांजरेकर के अनुसार दीपक चाहर एक ऐसे ही अच्छे विकल्प हैं।
वे आपके आज के भुवनेश्वर कुमार हैं
स्पोर्ट्स18 के दैनिक स्पोर्ट्स शो पर करते हुए संजय ने बताया कि, मुझे लगता है कि भारतीय क्रिकेट टीम दीपक चाहर की फिटनेस के चलते उनको काफी आजमाने की कोशिश कर रही है। वे जिम्बॉब्वे में 50 ओवर की सीरीज खेल रहे हैं और यहां अगर अच्छा करते हैं तो वे टी20 क्रिकेट में भी बहुत अच्छा कर सकते हैं।।
टी20 वर्ल्ड कप खेलने से खुद भुवी ही रोक सकते हैं
मांजरेकर आगे कहते हैं कि भुवनेश्वर कुमार के युवा वर्जन दीपक चाहर गेंद को दोनों और स्विंग करा सकते हैं। हालांकि वे डेथ ओवर में उतने निरंतर शायद अभी नहीं है लेकिन गेंदबाजी करने के साथ-साथ वे और बेहतर होते जाएंगे। हां, अगर एक चीज दीपक चाहर को T20 वर्ल्ड कप खेलने से रोकती है तो वह है उनका बिल्कुल भुवनेश्वर कुमार के जैसा होना और भुवनेश्वर कुमार तो इस समय काफी अच्छे दिखाई दे रहे हैं। तो हो सकता है टीम प्रबंधन दूसरे तरह के तेज गेंदबाजों को ढूंढने की कोशिश करें। लेकिन दीपक चाहर भी ऐसे हैं जो आपको अपने दिमाग में रखने चाहिए और उन्होंने ऐसा प्रदर्शन किया है कि वह टीम में चयन के लिए सिलेक्टरों के दिमाग में होने की हकदार हैं।
टी-20 वर्ल्ड कप की सुपर 12 स्टेज 22 अक्टूबर से शुरू होने जा रही है।