CSK को IPL 2023 जिताने के बाद रवींद्र जडेजा ने कहा है कि मैंने यह ट्रॉफी सिर्फ और सिर्फ महेंद्र सिंह धोनी के लिए जीती। माही भाई…आपके लिए कुछ भी! बीते सीजन रवींद्र जडेजा से चेन्नई की कप्तानी वापस लेकर माही को सौंप दी गई थी और तभी से दोनों खिलाड़ियों के बीच मीडिया का एक वर्ग अनबन की खबरें फैला रहा था। रवींद्र जडेजा और महेंद्र सिंह धोनी के बीच मनमुटाव की आशंका जता रहा था। रवींद्र जडेजा ने अपने बयान से ऐसी बातें करने वालों को करारा जवाब दिया। जड्डू ने अपने माही की खातिर IPL जीतने के लिए मेहनत बेहिसाब किया। गुजरात टाइटंस चेन्नई सुपर किंग्स से कहीं मजबूत टीम थी। बल्लेबाजी से लेकर गेंदबाजी तक…सबमें GT भारी थी। अगर उसे पस्त करना था, तो महेंद्र सिंह धोनी के सबसे बड़े सेनानी का बल्ले और गेंद से गदर मचाना जरूरी था।
रवींद्र जडेजा को अक्सर वह नहीं मिलता, जिसके वह हकदार हैं। इस IPL सीजन भी जडेजा के आउट होने के बाद माही बल्लेबाजी करने आते थे, ऐसे में फैंस रवींद्र जडेजा के आउट होने की दुआएं मांगते थे। यह किसी भी खिलाड़ी के लिए सबसे दुर्भाग्यपूर्ण परिस्थिति होती है। पर सर जडेजा रुके नहीं! उन्होंने CSK को IPL 16 का फाइनल अपने दम पर जिता दिया। तमाम फैंस को CSK लाइनअप में अपना महत्व बता दिया। जिस तरह मुंबई इंडियंस के टिम डेविड ने क्वालीफायर 2 में कैच टपका कर गिल का बड़ा शतक बनवाया था, इस बार दीपक चाहर भी दूसरे ही ओवर में वही काम कर चुके थे। कैच छूटने के बाद शुभमन गेंदबाजों पर टूटकर पड़े थे। रवींद्र जडेजा को सातवें ओवर में पहली दफा माही ने गेंदबाजी का जिम्मा दिया। इस उम्मीद में कि जड्डू शुभमन को पवेलियन का रास्ता दिखा देंगे।
लगातार विकेट टू विकेट गेंदबाजी करने के बाद सर जडेजा की अंतिम गेंद फ्लैट लेंथ बॉल अराउंड ऑफ। गेंद ने टप्पा खाने के बाद बल्ले के आउटसाइड एज के पास से शार्प टर्न लिया और गिल वापस क्रीज के अंदर आने में एक पल के लिए चूक गए। विकेट के पीछे थाला ने बिजली की फुर्ती से शुभमन गिल को 20 गेंद पर 39 रन बनाने के बाद स्टंप आउट कर दिया। रवींद्र जडेजा ने माही से इशारों में पूछा और धोनी ने आउट का निर्णय दे दिया। अब कोई DRS ऐसा तो नहीं है, जो माही का निर्णय पलट दे। जड्डू ने सबसे बड़ा शिकार कर लिया था। रनचेज में CSK को जीत के लिए 2 गेंद में 10 रन की दरकार थी और सामने अंबाती रायडू और महेंद्र सिंह धोनी को अपने पिछले ओवर में बैक टू बैक पवेलियन भेजने वाले मोहित शर्मा थे। वह लगातार सटीक यॉर्कर डाल रहे थे।
ऐसे में सर रवींद्र जडेजा ने आखिरी ओवर की पांचवीं यॉर्कर गेंद पर डीप इन द क्रीज खड़े होकर लॉन्गऑफ के ऊपर से गगनचुंबी छक्का उड़ा दिया। यह कॉन्फिडेंट बल्लेबाज का कॉन्फिडेंट शॉट था। रवींद्र जडेजा को मालूम था कि जब तक वह मैदान पर हैं, CSK के लिए मुकाबला हार के तौर पर खत्म नहीं हो सकता। अंतिम गेंद पर 4 रन बचे हुए थे।
करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों की सांसें अटकी हुई थीं। रवींद्र जडेजा को यह मुकाबला किसी भी हाल में अपने थाला के लिए जीतना था। मोहित शर्मा ने दबाव में पैड्स पर लोअर फुलटॉस डाल दी। सर जडेजा ने इसे आसानी के साथ फाइन लेग बाउंड्री के बाहर 4 रन के लिए भेज दिया और चेन्नई सुपर किंग्स के नाम पांचवीं दफा IPL का खिताब किया। सर जडेजा का धोनी को ट्रॉफी डेडिकेट करना बताता है कि माही और जड्डू के बीच आज भी बेशुमार प्यार है।🌻